आस पास घूमने की जगह दिल्ली के आस पास सबसे अच्छी जगह

हेल्लो दोस्तों कैसे हैं आप लोग आशा करता हूँ आप सब बहुत बढ़िया होंगे। आज के इस  आर्टिकल में हम जिस टॉपिक के बारे में बात करने वाले हैं वो आप सभी के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाला है क्योंकि आज का हमारा टॉपिक है आस पास घूमने की जगह क्या आपकी भी छोटीयां चल रही है और आप आस पास कंही घुमने जाना चाहते हैं तो आज का यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होने वाला है क्योंकि आज इस आर्टिकल में हम आपको आस पास घूमने की जगहो के बारे में बताने वाले हैं। घुमने का शौक़ीन तो हर कोई होता ही है और वहला घुमने वाला व्यक्ति एक जगह ठहरता है।

घुमने वाला व्यक्ति तो हमेशा नई नई जगहों की तलाश में रहता है। हमारे भारत देश में ऐसी बहुत सी घुमने वाली जगहे हैं जिनके बारे में बहुत से लोगो को पता नही होता है। इसलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको आस पास घूमने की जगह की जगहों के बारे में जानकारी देंगे। अगर आप भी बहार घुमने जाना चाहते हैं तो इस तो इस आर्टिकल को आपको ध्यानपूर्वक अंत तक पढना होगा।

आस पास घूमने की जगह

दोस्तों अगर हम बात करें घुमने की तो सबसे पहले लोगो के दिमाग में दिल्ली शहर आता है। दिल्ली को दिल वालो की नगरी कहा जाता है । राजधानी दिल्ली का इतिहास बहुत पुराना रहा है। दिल्ली में घूमने की जगह में बहुत सी पुरानी इमारतें और मंदिर है। दिल्ली भारत के बड़े बड़े शहरों में प्रमुख स्थानों में आता है। दोस्तों बात करें अगर जयपुर की तो वह भी आपको ऐसी बहुत से पुरानी घूमने की जगह में बहुत सी पुरानी इमारतें और मंदिर है। चित्रकूट में घूमने की जगह हैं जहा बहुत दूर दूर से लोग घुमने आते हैं अगर आप भी इन जगहों पर घुमने जाना चाहते हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए बहुत ही फायदेमंद साबित हो सकता है। चलिए आस पास घूमने की जगह के बारे में विस्तार से बताते हैं।

आस पास घूमने की जगह के लिए दिल्ली की प्रसिद्ध जगह इंडिया गेट

इण्डिया को पहले अखिल भारतीय युद्ध स्मारक नाम से जाना जाता था हाथ से खेलने वाला गेम हाथ से खेलने वाला गेम हाथ से खेलने वाला गेम इसका निर्माण ब्रिटिस सरकार द्वारा  प्रथम विश्व युद्ध और तीसरे एंग्लो आंग्ल-अफ़ग़ान युद्ध में शहीद हुए 80 हजार से भी अधिक भारतीय सैनिको को श्रद्धांजलि देने के लिए बनाया गया था। इसके आधार शीला 10फरवरी 1921 को शाम 4:30 बजे मन्यडियो ऑफ़ कांर्क्ट द्वारा एक सन्य समारोह के दौरान भारतीय सेना के सदस्यों और इन्प्रेइस सर्विश के सदस्यों के साथ राखी गई थी। यह प्रोजेक्ट 10 साल में पूरा हुआ। साल 19 20 तक पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पुरे शहर का एकमत्र रेलवे स्टेशन हुआ करता था। उस समय आगरा दिल्ली रेलवे लाइन वर्तमान दिल्ली के इण्डिया गेट से होकर निकलता था और बाद में इस रेलवे लाइन को युमना नदी के पास स्थान्तरित कर दिया गया।  

जब साल 1924 में यह मार्ग शुरू हुआ तब इस मार्ग स्थल का निर्माण कार्य शुरू हो सका था। चलिए अब हम आपको इण्डिया गेट की कुछ रोचक तत्त जानते हैं। इण्डिया गेट का डिज़ाइन अड़वीन लैंसियर लैटिन द्वारा तैयार किया गया था और साल 1931 में इसका निर्माण कार्य सम्पन हुआ था। इस दर्शनीय स्मारक का निर्माण करने में मुख्य रूप से लाल और पीले पत्थरो का इस्तेमाल किया गया है जिन्हें खास तौर पर भारतपुर से लाया गया था। यह एक स्ट्कोनियल जगह के बिच में जिसका व्यास 625 मीटर है और इसका क्षेत्रफल 306,000 वर्ग मीटर में फैला हुआ है। इण्डिया गेट की चौड़ाई 9.1 मीटर और इसकी उचाई 137.79 फुट  यानि की 42 मीटर है।

यह दिल्ली की सबसे प्रशिद्ध जगहों में से एक है। आपको बता दें कि यहाँ पर हमेशा अमर जवान ज्योति जलती रहती हैं और इस इमारत पर कई सैनिकों के नाम आज भी लिखे हुए है।

आस पास घूमने की जगह के लिए दिल्ली की प्रसिद्ध जगह इंडिया गेट

दिल्ली की प्रसिद्ध जगह लाल किला

दिल्ली का सबसे महसूर टूरिस्ट अट्रेक्शन राज्य निति के रूप से भारत का सबसे महत्वपूर्ण एतिहासी स्मारक जिसे हम सब लाल किला के नाम से जानते हैं। विश्व प्रशिद्ध कोहिनोर हिरा इसे किले की शान हुआ करता था। इसी लाल किला में पहली बार 1947 में भारतीय स्वंत्रता मनाई गई थी। तब से लेकर अब तक 15 अगस्त को भारत के प्राइममिनिस्टर लाल किले पर झंडा फहरा कर आजादी के प्रतिक के रूप में इस पर मानते हैं। लेकिन हम में से बहुत से लोगो को आज भी पता नही है कि लाल किला को कब और किसने बनवाया। तो हम आपको बता दें कि लाल किले का निर्माण पांच वे मुगल सम्राट शहाजंहा ने 17वी स्तावदी में 1639 से 1648 इसवी में कराया था।

शहाजंहा ने अपनी राजधनि आगरा से बदलकर शाहजनवाद बना ली थी जिसे आज लोग पुरानी दिल्ली के नाम से जानते हैं। उसे शाहजहाँनावाद के किले के रूप में लाल किले का निर्माण कराया था। इस स्मारक को लाल रंग की बलुआ पत्थर से बनाया गया था जिससे इसका नाम लाल किला पढ़ा। दोस्तों यह दिल्ली कि एक मसहुर जगह है जहाँ बहुतदूर दूर से लोग घुमने जाते हैं।

दिल्ली की प्रसिद्ध जगह लाल किला

दिल्ली का प्रसिद्ध जगह कमल मंदिर

कमल मंदिर भारत की नई दिल्ली में है इसका निर्माण कार्य 1986 में पूरा हुआ था। यह अपने फूल जैसे आकार के लिए प्रशिध्द है भारतीय उप महादीप में इसे मदर टेम्पल भी कहा जाता है और काफी समय से यह शहर का यह मुख्य आकर्षण का केंद भी बना हुआ है। कमल मन्दिर ने बहुत से अटाटेक्चर अबाउट हासिल किए हैं और 125 से भी ज्यादा अखबारों में इसे प्रकाशित किया गया है। इस मंदिर में किसी भी धर्म का व्यक्ति जा सकता है इस मन्दिर को देखने के लिए बहुत दूर दूर से लोग आते हैं। यह एक ऐसा मन्दिर है जहाँ न ही किसी प्रकार कि मूर्ति है न ही किसी प्रकार की इसमें पूजा पाठ कि जाती है लोग यहाँ लोग शक्ति और शुकून का अनुभव करने के लिए आते हैं।

कमल के सामान बनी इस मन्दिर की आक्रति के कारण इसे लोटस टेम्पल भी कहा जाता है। इस मन्दिर अदि खिले कमल की आक्रति में संगेमरमर की 47 पंखोडीयों से बनाया गया है जो कि तीन चर्खो में विव्स्थित है। यह मन्दिर चारो ओर से नौ दरवाजो से घिरा हुआ है और बीचो बिच एक बहुत बड़ा हॉल स्थित है जिसकी उचाई 40 मीटर की है। आपकी जानकारी के लिए आपको बता दें कि इस हॉल में एक साथ कम से कम 2500 ढाई हजार लोग इक्कठे एक साथ बैठ सकते हैं। यह दिल्ली के प्रशिद्ध जगहों में से एक है।

दिल्ली का प्रसिद्ध जगह कमल मंदिर

आस पास घूमने की जगह के लिए दिल्ली की प्रसिद्ध जगह जामा मस्जिद

दिल्ली में बीचो बिच यह जामा मस्जिद देश की सबसे बड़ी मस्जिद है। यह मस्जिद इतनी बड़ी है मस्जिद है कि इस मस्जिद में एक साथ 25000 लोग नमाज़ पढ़ सकते है। जामा मस्जिद का निर्माण मुगल बादशाह शाहजहाँ ने 1650 1656 केबिच करवाया था। मुगल राजधानी शाहजहाँनावाद वर्तमान पुराणी दिल्ली में स्थति है। यह 1857 में सम्राज के अंत तक मुगल स्म्रठो की शाही मस्जिदों के रूप में कार्य करता था। जामा मस्जिद में प्रवेश और बहार निकास के लिए लाल बलवा पत्थर के तीन बड़े द्वार हैं। इनमे से सबसे महत्वपूर्ण तीन मंजिला पुर्विख द्वार है जो ऐतिहासिक रूप से शाही प्रवेश द्वार था। जो सम्राट और उसके सहयोगियों के लिए आरक्षित था।

जामा मस्जिद को पुरे भारत में स्लामिक शक्ति का एक प्रयात्म्क गंठ माना जाता था। यह ब्रिटिस सासन के दौरान राजनितिक महत्व का स्थल भी था। इस मस्जिद को फत्तेपुर की जामा मस्जिद के अनुशार बनाया गया था। इसमें बारीक़ डिज़ाइन देखने को मिलता है । यह मस्जिद दिल्ली के मसहुर प्रशिद्ध जगहों में से एक है।

आस पास घूमने की जगह के लिए दिल्ली की प्रसिद्ध जगह जामा मस्जिद

निष्कर्ष

आज के इस आर्टिकल में हमने आपको आस पास घूमने की जगहो के बारे में इस आर्टिकल के माध्यम से आपको जानकरी दी। अब आपको हमारे इस आर्टिकल को पढ़कर दिल्ली के आस पास घूमने की जगहो के बारे में जानकारी मिल गई होगी। मुझे उम्मीद है कि आस पास घूमने की जगहो पर घुमने से सम्बंधित सभी प्रश्न दूर हो गए होंगे। यदि आपके मन में अभी भी कोई प्रश्न है तो कृपया नीचे कमेंट करके हमें जरुर बताएं। हम आपको जल्द से जल्द जवाब देने की कोशिस करेंगे।

अगर आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों में ज्यादा से ज्यादा शेयर करें ताकि इस आर्टिकल को पढ़कर उन्हें भी लखनऊ के आस पास घूमने की जगहो के बारे पता चल सके। अगर आपको रोजाना यूज़ फुल आर्टिकल चाहिए तो आप हमारी नॉलेज वेबसाइट को हमेशा विजिट करते रहें। एक बार हमें कमेंट करके जरुर बताएं आपको हमारा यह आर्टिकल कैसा लगा धन्यवाद।

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